तुम्हारी आंखों का
कहा झूठ
छिपा लूंगा मैं अपनी आंखो में
मेरी आंखो को
दिखा सच,
छिपाना पड़ेगा
हमारे प्रेम की साक्षी
अनगिनत आंखों को!
~अजय पाठक

तुम्हारी आंखों का
कहा झूठ
छिपा लूंगा मैं अपनी आंखो में
मेरी आंखो को
दिखा सच,
छिपाना पड़ेगा
हमारे प्रेम की साक्षी
अनगिनत आंखों को!
~अजय पाठक